कब विद्वान व्यक्ति भी दुःखी हो जाते है..|| Chanakya Niti





मूर्खशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च।

दुःखितैः सम्प्रयोगेण पण्डितोऽप्यवसीदति॥



- भावार्थ :
मूर्ख शिष्य को पढ़ाने पर , दुष्ट स्त्री के साथ जीवन बिताने पर

तथा दुःखियों- रोगियों के बीच में रहने पर

विद्वान व्यक्ति भी दुःखी हो ही जाता है ।


English Translation:-
Even a pandit comes to grief by giving instruction to a foolish disciple, by maintaining a wicked wife, and by excessive familiarity with the miserable.


-When the scholar has become grief Chanakya Niti hindi



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