There are ten characteristics of 'Dharma' |
धॄति: क्षमा दमोऽस्तेयं शौचमिन्द्रियनिग्रह:।
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो दशकं धर्मलक्षणम्॥
सुभाषित संस्कृत श्लोक 15 का भावार्थ:
धर्म के दस लक्षण होते है -
धैर्य, क्षमा करना, आत्म-नियंत्रण, चोरी न करना, पवित्रता, इन्द्रिय-संयम, बुद्धि, विद्या, सत्य बोलना और क्रोध न करना॥
English Translation Of Subhashitani Shloka #15-
There are ten characteristics of 'Dharma' -
Patience, forgiveness, self-control, non- stealing, purity, control of senses, intelligence, knowledge, truth, non-anger.
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